शहद के गुण :
शहद त्वचा को निखारता है और त्वचा की नमी बनाए रखने में मदद करता है, जिससे त्वचा की कोमलता बनी रहती है.
शहद त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है, जिससे त्वचा पर जल्दी झुर्रियाँ नहीं पड़ती है.
घाव, खरोंच, कटे हुए स्थान या जले हुए स्थान पर शहद लगाने से बैक्टीरिया की वृद्धि रुक जाती है, इसलिए घाव, खरोंच, कटे हुए स्थान या जले हुए स्थान पर शहद लगाया जा सकता है.
शहद घाव, खरोंच, कटे हुए स्थान या जले हुए स्थान पर के दर्द को कम कर देता है इसलिए शहद का उपयोग घाव को साफ करने, गंध और मवाद को दूर करने, दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है.
शहद एक्ज़ीमा और अन्य त्वचा विकारों में भी फायदा पहुँचाता है.
शहद का उपयोग करने से खुजली खत्म हो जाती है.
शहद पराबैंगनी किरणों से होने वाले नुकसान से त्वचा को बचाता है.
शहद सनस्क्रीन का काम करता है.
शहद संक्रमण से लड़ता है और मुहाँसों को रोकने में मदद करता है.
शहद त्वचा के लिए एक अच्छा मास्चराइज़र है और यह त्वचा को दृढ़ बनाता है.
शहद होठों को चिकना और नरम बनाता है.
शहद में शक्कर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम, सोडियम, कलोरीन, सल्फर, आयरन और फोस्फेट जैसे खनिज पाए जाते हैं.
शहद में विटामिन B1, B2, C, B6, B5 और बB3 पाए जाते हैं. शहद में आयोडीन और जि़क भी पाए जाते हैं.
शहद का नियमित उपयोग करने से हमारी सहनशक्ति बढ़ती है और थकान कम होता है.
शहद का नियमित सेवन सुबह की थकान को दूर करता है
शहद के नियमित सेवन से एनीमिया दूर होता है.
शहद कालेस्ट्राल कम करने में भी मदद करता है.
शहद साँस की समस्या में फायदा पहुँचाता है, कफ कम करता है. इसका उपयोग साँस की नली में संक्रमण का इलाज करने के लिए भी किया जा सकता है.
शहद हमारी रोग प्रतिरोधकता क्षमता बढ़ाता है. यह संक्रमण की पुनरावृत्ति से भी बचाता है.
शहद के नियमित सेवन से मोटापा कम होता है.
अदरक के रस में शहद मिलाकर सेवन करने से खाँसी में आराम मिलता है.
शहद हाई बीपी को कण्ट्रोल करने में उपयोगी है