आंखों में लैक्रिमल नामक ग्रन्थि में जख्म होने पर आंखों से लगातार पीप निकलता रहता है । यह पीप बराबर आँख साफ करने पर भी लगा रहता है आंखों का कोना बराबर स्फेफ या पीले रंग के मवाद से युक्त रहता है इनमे आंखे लाल रहे ये आवश्यक नही होता है क्योंकि प्रदाह पुराना पड़ने पर भी जख्म का रूप ले लेता है ।
उपाय
1 नेत्र रोग हर मलहम (बैद्यनाथ ) की नित्य दो तीन बार आंखों पर लगाए साथ ही साथ त्रिफला के स्वच्छ पानी से नित्य दो तीन बार आंखों को धोये ।
2 महालक्ष्मी बिलास रस की 1 गोली सुबह शाम दशमूल क्वाथ के साथ सेवन करें ।
3 सप्तविंशति गुग्गुल दो गोली से चार गोली सुबह शाम दशमूल क्वाथ या गुनगुने पानी से सेवन करने से नासूर, आंखों के घाव शीघ्र ठीक होते है ।
3पंचतिक्त घृत 6 gm से 10 gm शुष्म दूध में मिलाकर नित्य सुबह शाम लेने से पूर्ण लाभ होता है ।
4 साफ एवं शुद्ध शहद को आग पर चढ़ाकर , समुद्र झाग का महीन चुर्ण डालकर गर्म करें । फिर उतार के इसमे कपड़े की बत्ती बनाकर आँखों के नासूर में रखे । बहुत ही शीघ्र जख्म भर जाएगा। ।
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