पेठा खाने के ये फायदे जानते हैं आप
पेठा
पेठा का नाम सुनते ही मुँह में पानी आने लगता है। पेठा एक मिठाई का नाम है जो बहुत ही स्वादिष्ट होती है। यह एक बेल पर लगने वाला फल है जो सब्जी कि तरह खाया जाता है, इसका लैटीन नाम बेनिनकेसा हिसिप्डा है। ये तो आप जानते ही हैं कि आगरे का पेठा बहुत ही मशहूर है।
आगरा का पेठा
पेठा देश के कई अन्य राज्यों में बनाया जाता है लेकिन जितना मशहूर आगरा का पेठा दुनिया में है उतना दूसरा और कोई नहीं क्योंकि मुख्य रूप से पेठा आगरा में ही बनाया जाता है। एक अच्छे पके पेठे से ही पेठे की मिठाई बनाई जाती है।
साइनस की समस्या कर सकता है दूर
पके हुए फल का छिलका सख्त होता है और इसका रंग हल्का हो जाता है। यह हल्के हरे रंग का होता है और बहुत बड़े आकार का होता है। पेठे की तासीर शीतल होती है इसलिए सर्दी जुकाम, साइनस की समस्या होने पर इसका जूस नहीं पीना चाहिए।
पेठे में पाए जाने वाले पोषक तत्वे
पेठे की औषधियों गुणों के कारण आयुर्वेद में भी पेठे को शरीर के लिए बहुत लाभदायक माना गया है। पेठा खनिज पदार्थों, विटामिनों और प्रोटीन से परिपूर्ण है। पेठा लोहा, कैल्शियम, सल्फर, फासफोरस एवं विटामिन-ए, बी, सी और ई से भरपूर है। विटामिन ई तो बहुत कम फलों, सब्जियों में मिलता है। इसमें प्रोटीन भी बहुत होता है।
पेठे के सेवन से दूर होती हैं ये बीमारियां
वातशामक होने से इसका प्रयोग वात विकारों में किया जाता है। इसके सेवन से उन्माद व मानसिक समस्याएं दूर होती हैं। पेठे की सब्ज़ी पाचनशक्ति को बढ़ाती है, जिससे कब्ज़ की शिकायत दूर हो जाती है। पेठे के पाक के सेवन से मस्तिष्क के ज्ञानतंतुओं की दुर्बलता, याददाश्त की कमी आदि मानसिक विकार दूर होते हैं।
सिरदर्द की शिकायत
जिन लोगों को सिरदर्द की शिकायत रहती है और जिन्हें मानसिक तनाव अधिक रहता है, उन्हें भी यह पाक शीघ्र लाभ पहुंचाता है।
कब्ज और बवासीर
पेठे के सेवन से कब्ज़ और पाचन सम्बन्धी समस्याएं ख़त्म होती है। कब्ज एक ऐसी समस्या है जिससे अधिकतर लोग पीड़ित रहते हैं। कब्ज़ होने से मलावरोध, मलबन्ध और कोष्ठबद्धता आदि बीमारियां हो जाती है। कब्ज़ के कारण कई रोग शरीर में उत्पन होते इसको ठीक करने के लिए पेठा बेहद उपयोगी चीज है। पेठे में रेशा पाया जाता है जो कि कब्ज जैसी पेट की समस्या को दूर करता है। पेठे का सेवन न केवल कब्ज को दूर करता है बल्कि इससे बवासीर में आने वाला खून भी कम हो जाता है।
दमा में लाभदायक
दमा के रोगियों के लिए पेठा रामबाण होता है। दमा की बीमारी में सांस लेने में परेशानी होती है और कफ बनता है। दमा की बीमारी से ज्यादातर शहरी लोग ग्रसित रहते हैं। अन्य उपचारों के बदले नियमित रूप से पेठा खाना चाहिए। इससे फेफड़ों को बहुत लाभ मिलता है।
पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए
पेठा 100 प्रतिशत क्षारीय है। हमारे रक्त के लिए श्रेष्ठ कार्य करता है क्योंकि हमारा रक्त 80 प्रतिशत क्षारीय है। भोजन पूर्णतया अम्लीय है इसलिए पेठे का सेवन करने से पाचन शक्ति बढ़ती है। पेठे में क्षारीयता अधिक होने के कारन पेठे का जूस अति उत्तम है। असंख्य रोगों का कारण भोजन की अम्लता होती है।
भोजन जितना अम्लीय होगा, उतने ही रोग होंगे और जितना क्षारीय होगा उतने ही हम स्वस्थ रहेंगे।*