कभी सोच नहीं,
ऐसी भी एक खूबी होगी,
जो एक सपना बन जायेगी ,
कभी सोचा नहीं...
कभी सोचा नहीं,
आखें उस दिन को जीने के लिए तरसेगी ,
हाथ उस सपने को मेहसूस करने के लिए तड़पेगे ,
कभी सोचा नहीं......
कभी सोचा नहीं ,
ऐसा दिन होगा,
जिसका इंतजार होगा,
कभी सोचा नहीं......
कभी सोचा नहीं,
मेरी कलम मेरा सपना बनेगी,
मेरे विचार मेरी उड़ान,
कभी सोचा नहीं.....
कभी सोचा नहीं,
में अपने विचार व्यक्त कर पाऊँगी,
पर, मैं आज वो कर पा रही हूँ,
कभी सोचा नहीं.....
कभी सोचा नहीं,
ऐसा भी एक सपना होगा,
जब मेरे हाथों में,मेरी लिखी किताब होगी,
मेरे विचार पूरी दुनिया पढ़ेगी,
कभी सोचा नहीं......
कभी सोचा नहीं,
ऐसा भी कोई दिन होगा,
जिसका बेसब्री से इंतजार होगा ,
कभी सोचा नहीं....
कभी सोचा नहीं
मेरे जीवन का सबसे प्रतीक्षित दिन ,
मेरी आँखों का नूर होगा,
मेरे दिल के इतने करीब होगा,
कभी सोचा ही नहीं !!!!