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<p><br></p> <p> अब तक उसने चार पैग गटक लिए थे और शराब का सुरूर चढ़ रहा था । सामने भ
मिडिल बर्थ रात काफी हो चुकी थी ट्रेन अभी अभी प्लेटफार्म में आकर रुकी थी और मैं अपनी बर्थ पर आकर बैठ गया । मेरी लोवर बर्थ थी । मेरे सामने की मिडिल बर्थ पर एक लड़की बैठी थी । वो अब तक जाग रही थी और नीचे
आज मेरा मन कुछ अच्छा नही था । देश मे लगातार हो रही आतंकी घटनाएं और साम्प्रदायिक दंगों ने मुझे बहुत दुखी और निराश कर दिया था । मैं अपने प्रिय प्रोफेसर श्रीमान रमेश कुमार जी से मिलने चला गया। रमेश