इस किताब में संवाद के माध्यम से जीवन जीने का बेहतरीन समाधान किया गया है साथ ही धर्म दर्शन के विषयों पर प्रकाश डालते हुए क्या होना चाहिए क्या नही होना चाहिए इस तरह की शंका का समाधान किया गया है। एक आस्था ही इतना बड़ा सम्बल है कि मनुष्य अपनी घोर प्रतिकूलता में भी खुद को टूटने से बचा ले जाता है । समस्या और आफत जिंदगी के साथ रहेंगी लेकिन आस्था और विवेक का साथ इनका डटकर सामना किया जा सकता है । सहनशीलता ज्यों ज्यों बढ़ती जाती है त्यों त्यों परिस्थिति का दबाव कम महसूस होता है । हमारा जीवन आनंद और सुकून चाहता है लेकिन वो कैसे मिले ? इसके लिए हमारे सामने जो भी हालात आते हैं उनका सामना करने के लिए एक बड़ा नजरिया विकसित करना होगा ।और यहां सदगुरू से संवाद करके आमजन अपने लिए बेहतर विकल्प पा लेते हैं । प्रश्न उत्तर और चिंतन के माध्यम से अलग अलग विषय पर प्रकाश डाला गया है ।