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Ajay awasthi के बारे में

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Ajay awasthi की पुस्तकें

कुछ इस तरह से

कुछ इस तरह से

इस किताब में संवाद के माध्यम से जीवन जीने का बेहतरीन समाधान किया गया है साथ ही धर्म दर्शन के विषयों पर प्रकाश डालते हुए क्या होना चाहिए क्या नही होना चाहिए इस तरह की शंका का समाधान किया गया है। एक आस्था ही इतना बड़ा सम्बल है कि मनुष्य अपनी घोर प्रतिकू

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कुछ इस तरह से

कुछ इस तरह से

इस किताब में संवाद के माध्यम से जीवन जीने का बेहतरीन समाधान किया गया है साथ ही धर्म दर्शन के विषयों पर प्रकाश डालते हुए क्या होना चाहिए क्या नही होना चाहिए इस तरह की शंका का समाधान किया गया है। एक आस्था ही इतना बड़ा सम्बल है कि मनुष्य अपनी घोर प्रतिकू

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Ajay awasthi के लेख

जय श्री कृष्ण

19 अगस्त 2022
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आज उनका निवास कृष्णमय है क्योंकि आज जन्माष्टमी है हर जन्माष्टमी में वे अदभुद साधना करते हैं वे सारा दिन श्री कृष्ण कीर्तन में डूबे रहते हैं और उनकी लीला की बातें करते रहते हैं।आज उनके साथ कीर्तन में .

आज की यशोदा

19 अगस्त 2022
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मिस्टर गर्ग का बहुत बड़ा कारोबार है । वे शहर के जाने माने उद्योगपति हैं । उनके घर पर हर काम के लिए नोकर है । यहां तक कि बच्चों की देखभाल के लिए भी अलग अलग बच्चे के लिए अलग अलग नोकर

लोग क्या कहेंगे

18 अगस्त 2022
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जब अपने गांव से रेणु इस शहर में पहली बार कुछ दिनों के लिए आई तो इस शहर की चकाचौंध से हैरान हो गई । यहाँ की लड़कियां कितनी बिंदास हैं ! जीन्स टी शर्ट पहन कर लड़कों के साथ यहां वहां बै

संघर्ष

18 अगस्त 2022
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- आज की जिंदगी के मायने क्या हैं, क्या तुममे से कोई बता सकता है ? प्रोफेसर मित्तल ने क्लास में बैठे पासआउट छात्रों को रोजगार के लिए जो संघर्ष अब उनके सामने होगा उसपर ध्यान दिलाना चाह रहे थे । ए

निराश क्यों हुआ जाए

3 अगस्त 2022
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आज मेरा मन कुछ अच्छा नही था । देश मे लगातार हो रही आतंकी घटनाएं और साम्प्रदायिक दंगों ने मुझे बहुत दुखी और निराश कर दिया था । मैं अपने प्रिय प्रोफेसर श्रीमान रमेश कुमार जी से मिलने चला गया। रमेश

सफर

1 अगस्त 2022
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मिडिल बर्थ रात काफी हो चुकी थी ट्रेन अभी अभी प्लेटफार्म में आकर रुकी थी और मैं अपनी बर्थ पर आकर बैठ गया । मेरी लोवर बर्थ थी । मेरे सामने की मिडिल बर्थ पर एक लड़की बैठी थी । वो अब तक जाग रही थी और नीचे

चांद कहीं खो गया

9 नवम्बर 2021
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<p><br></p> <p> अब तक उसने चार पैग गटक लिए थे और शराब का सुरूर चढ़ रहा था । सामने भ

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