6 जनवरी 2016
प्रियंका जी धन्यवाद मेरे प्रश्न को महत्त्व देने के लिए यह प्रश्न मेरे द्वारा शब्दनगरी फोरम में जरूर लिखा जायेगा |
8 जनवरी 2016
गौरी कान्त शुक्ल जी चिंता करना जायज़ है जो शहीद हुए वो थे तो हमारे भाई ही और जहाँ तक बात है आतंककवाद की तो यह पुरे देश के लिए खतरा है प्रान्त कोई भी हो है तो हमारे देश का हिस्सा ही चाहे पठानकोट हो दिल्ली हो गुरदासपुर हो या मुंबई यदि हम आतंकवाद का विरोध नहीं करेंगे तो हमारी सरकार सिर्फ शहीदो के परिवारो को धनराशि देने के अतिरिक्त कुछ नहीं करने वाली और यह कहेगी की इस तरह के हमले अब सहन नहीं किये जायेंगे हम चेतावनी देते है |
8 जनवरी 2016
इस प्रश्न को आपको प्रश्नोत्तर फोरम पर भी लिखना चाहिए ... सवाल बहुत सटीक है
7 जनवरी 2016
शायद लोग फसेबुक् पर इससे सम्बंधित अपडेट करने में ज्यादा व्यस्त रहे हैं .
7 जनवरी 2016
आपने सही कहा कुछ ऐसा मैंने भी देखा है !पठानकोट में शायद इसका कारन यह भी हो सकता है की हम सभी को पठानकोट और वहां अपने लड़ रहें जांबाजो और सहीदो के परिवारो की चिंता अधिक रही !
7 जनवरी 2016