shabd-logo

क्या देश में आपातकाल अथवा राष्ट्रपति शासन लगाने की आवश्यकता है ?

23 फरवरी 2016

159 बार देखा गया 159

देश में हो रही विवादों में बढ़ोतरी और धीरे धीरे फ़ैल रही है अशांति ? हो रही है विवादों में बढ़ोतरी पहले जेएनयू फिर जादव विश्वविद्यालय फिर जाट आंदोलन और अब जम्मू में भी कुछ हलचल होती दिख रही है पुलिस हो रही नाकाम आपका क्या मानना है राय दें ?

रुद्राभिषेक युवराज की अन्य किताबें

रुद्राभिषेक युवराज

रुद्राभिषेक युवराज

अलोक जी ,धनी महाराज , अमितेश जी और गायत्री जी अपनी प्रतिक्रिया देने के लिये धन्यवाद !

24 फरवरी 2016

रुद्राभिषेक युवराज

रुद्राभिषेक युवराज

<p><span style="line-height: 18.5714302062988px;">अलोक जी मुझे भी यही लगता है कि अगर देश में आपातकाल लगा देना चाहिए परंतु जिस गायत्री जी द्वारा कही गयी बात पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है कि कोई भी व्यक्ति अनुशासन में नहीं रहना चाहता वे पहले ही अपने लिए कोई आसान मार्ग निकाल लेते है जब भी कुछ शक्त नियम कानून बनाये जाते है मेरी राय में देश को हमारे सैनिको अर्थात आर्मी के हाथो में दे देना चाहिए क्योंकि केवल हमारे सैनिक जिनका केवल एक धर्म होता है राष्ट्रियता वो ही केवल हमारे देश में फ़ैल रही अशांति पर अंकुश लगा सकते है|</span></p>

24 फरवरी 2016

गायत्री सिंह

गायत्री सिंह

<p>देश के वो हालात हैं, की आपातकाल का भी लोग तोड़ निकाल लेंगे; नियम बाद में बनते हैं, उनके तोड़ पहले तैयार हो जाते हैं । &nbsp;हमारे यहाँ नियम-कानून को तो मज़ाक बना रखा है, रही बात पुलिस की नाकामी की तो उनके भी हाथ कानून ने ही बांध रखे हैं, कुछ अच्छे कर्मचारी, अधिकारी काम करना भी चाहें तो शेष मुहकमा उन्हें करने नहीं देगा । ऊपर से मीडिया के साथ उनका चोर-सिपाही का खेल... कुल मिलकर पूरा माहौल ही गड़बड़ है । इस समय देश में वो माहौल ही नहीं बन पा रहा है कि प्रगति हो सके ।&nbsp;</p><p>अफसोसजनक !</p><br>

24 फरवरी 2016

अमितेश चटोपाध्याय

अमितेश चटोपाध्याय

भईया &nbsp;राष्ट्पति शासन लग जाये तो शांति हो जाये।

23 फरवरी 2016

संजय सिंघानिया

संजय सिंघानिया

अगर देश में इमरजेंसी लगती है तो देश में कुछ अच्छा जरूर होगा |

23 फरवरी 2016

आलोक दीक्षित

आलोक दीक्षित

<p>युवराज जी &nbsp;मेरी समझ से अब वो समय गया है कि आपातकाल आवश्यक हो गया है इस देश के लिए क्योंकि नेताओ को सिर्फ राजनीतिक रोटी सेकने से फुरसत नही कोई भी मामला होता है तो वो सिर्फ राजनीत करने लगते है आखिर उमर के मामले में इतनी देर क्यों की जा रही है देश का कानून क्या इतना कमजोर हो गया कि एक देश द्रोही को पकड़ने के लिए परमिशन चाहिए।जम्मू में अक्सर आतंकी हमला हो जाता है क्योंकि सरकार कोई ठोस कदम नही उठती वरना ये हमले रुक जाये मै कहता हूँ वो आप पर आतंकी हमले कर वाते है आप अपने यहाँ के युथ को पॉवर दो जो पाकिस्तान में जाकर वही हाल करे जो ये आतंकी भारत में करते है उन माताओ से पूछो जिनके बेटे बिना किसी बड़ी लड़ाई के शाहीद हो जाते है।इतना सब होने के बाद भी कुछ लोग सिर्फ अपने बारे में सोचते है और आरक्षण का बिगुल बजा देते है क्या यही देश के लिए फर्ज है इनका अगर हम सिर्फ अपने बारे में ही सोचते रहे तो देश किस ओर जायेगा क्या कभी कोई ये सोचता है ये जो हालात है आप ये न सोचे की कोई देख नही रहा है भारत के दुश्मन यही चाहते है ताकि उनका जो मकसद है वो पूरा हो सके। </p>

23 फरवरी 2016

1

नव वर्ष के अवसर पर मेरी एक रचना शब्दनगरी को समर्पित |

4 जनवरी 2016
0
4
0

AA  /kU;okn“kCnuxjh AA“kCnuxjh ,d ,slk eapftlus fgUnh Hkk’kk dk xkSjo ck Hkh dj ldrs gSA ysfdu D;k “kCnuxjhfdlh Hkh O;fDr ds nSfud fnup;kZ dk fgLlk cu ik;sxh ;g iz”u vHkh Hkh iz”u cukgqvk gSA ifjorZu lalkj dk fu;e gS vkSj lqfo/kk;s gh gekjs nSfud fnup;kZ dksifjoZfrr djrh gS lqfo/kkvks dk tc gekjs nS

2

अगर भविष्य में वर्ल्ड वॉर होती है तो किस पलड़े में बैठेगा भारत ?और क्या है नाटो सीटो सेंटो ? जानकारी हो तो उत्तर दे |

4 जनवरी 2016
0
0
5

3

पठानकोट हमले के पीछे चूक किसकी ?

4 जनवरी 2016
0
0
6

4

आखिर क्यों ?

6 जनवरी 2016
0
2
5

आखिर क्यों यह एक सवाल है मेरे लिए और उन सभी के लिए जिन्हे अपने देश से लगाव है | मुद्दा है आतंकवादी गतिविधिया जैसा कि हम सभी को ज्ञात है कि आतंकवाद और उससे जुडी गतिविधिया आज हम सब के लिए एक तरह का सिरदर्द बन गया है | विश्व के विभिन्न देशो के विभिन्न शहरों में आज आतकवादी हमले हो रहे है अभी कुछ दिनों प

5

क्या हम इतने व्यस्त है कि एक दिन के लिए भी अपने ध्वज को अपने साथ नहीं जोड़ सकते ?

9 जनवरी 2016
0
0
4

क्या हम इतने व्यस्त है कि एक दिन के लिए भी अपने ध्वज को अपने साथ जोड़ कर शहीदो को श्रद्धांजलि देने के साथ - साथ यह बता सके की हम आतंकवाद का विरोध करते थे और करते रहेंगे और अपनी सेना का मनोबल बढ़ा सके ?

6

हमारी भारत सरकार के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौती क्या है ? आतंकवाद पर विराम या महंगाई पर लगाम ?

15 जनवरी 2016
0
0
1

जिस प्रकार हमारे देश में आतंकी घटनाये और जिस प्रकार महंगाई बढ़ने के बाद इस पर विराम नहीं लग रहा है इस स्तिथि में सरकार के लिए महत्वपूर्ण चुनौती क्या है ?

7

संस्कृति और शब्दनगरी

29 जनवरी 2016
0
5
2

vkt dsbl orZeku ;qx esa tgkW lalkj rduhdh {ks= esa vk/kqfufddj.k dj jgk gS ogh nwljhvksj ges ;g Hkh vkHkk’k ugh gS fd ge ean xfr /kkj.k fd;s gq, viuh laLd`fr ls iyk;udj jgs gSA th gkW ;g ckr ftruh gkL;in gS mruh gh xEHkhj Hkh okLro esa ;g dgukxyr ugh gksxk fd tgkW ,d vksj ge uohu vk/kqfud lqfo/kkvks

8

शब्दनगरी से अपना खाता हमेशा के लिए कैसे मिटायें ?

30 जनवरी 2016
0
0
5

शब्दनगरी जिस प्रकार हमें बोर कर रही है तो इसकी जानकारी होना आवश्यक हो गया है भविष्य में कभी भी इससे रद्द करना पड़ सकता है | 

9

शब्दनगरी के कवर पृष्ठ पर डूबते सूर्य के साथ लालटेन ही क्यों ?

5 फरवरी 2016
0
0
6

मेरे इस प्रश्न पर मुझसे प्रश्न मत पूछिये बस उत्तर दीजिये |

10

बाबा जी का ठुल्लू वास्तव में इसका क्या मतलब निकला जाये ! अपनी राय बताये ?

14 फरवरी 2016
0
0
2

प्रसिद्ध हास्य कलाकार कपिल का बाबा जी का ठुल्लू हम सभी ने सुना है परन्तु इसके पीछे का मतलब कभी जाने की कोशिश नहीं की कि आखिरकार बाबा जी का ही ठुल्लू क्यों मुल्ला जी क्यों नहीं | बात यही पर समाप्त नहीं होती आज कल तो छोटे छोटे बालक शैतानी करते है तो माता पिता उन्हें रोकते है कुछ बच्चे अपने माता पिता क

11

क्या अलोक जी द्वारा की गयी भविष्यवाणी सत्य होगी?

16 फरवरी 2016
0
0
18

कुछ दिनों पूर्व की गयी थी भविष्यवाणी तत्पश्चात हुयी जे ऍन यू घटना आपका क्या मानना है राय दे ?

12

ये है 'द्रोपदी

16 फरवरी 2016
0
2
0

ये है 'द्रोपदी' घोष ....... मैडम बंगाली है लेकिन इनको कश्मीर की आज़ादी चाहिये ........ भारत के एक हज़ार टुकड़े करना चाहती है ....... हर घर में अफज़ल पैदा करना चाहती है ........ फ़िलहाल अभी तक इनकी फ़ोटो वायरल नहीं हुई है ........ वायरल कीजिये ताकि देश की जनता इनको पहचाने और इनके माँ बाप भी इनकी कारिस्तानि

13

क्या शब्दनगरी में बुध्जीवियों की संख्या घट रही है ?

19 फरवरी 2016
0
0
10

कुछ चयनित सदस्यों के द्वारा लिखा जा रहा है लेख आपका क्या मानना है राय दें ? 

14

क्या देश में आपातकाल अथवा राष्ट्रपति शासन लगाने की आवश्यकता है ?

23 फरवरी 2016
0
0
6

देश में हो रही विवादों में बढ़ोतरी और धीरे धीरे फ़ैल रही है अशांति ? हो रही है विवादों में बढ़ोतरी पहले जेएनयू फिर जादव विश्वविद्यालय फिर जाट आंदोलन और अब जम्मू में भी कुछ हलचल होती दिख रही है पुलिस हो रही नाकाम आपका क्या मानना है राय दें ?

15

खालिद व् उसके सहपाठियों को क्या दंड मिलना चाहिए?

24 फरवरी 2016
0
0
8

जेएनयू छात्र ने सहपाठियों के साथ मिल कर आयोजित किया था देश विरोधी कार्यक्रम ? क्या कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं यदि हैं तो फिर स्वतंत्रता की माग क्यों? क्या १९४७ में कश्मीर स्वतंत्र नहीं ? मैं मानता हूँ की कश्मीर भारत का हिस्सा है और हमेशा रहेगा भारत का हर भारतवासी स्वतंत्र है तो फिर कश्मीर के लिए स्व

16

क्या स्मृति ईरानी के द्वारा कहे गए कथन से आरोप प्रत्यारोप की राजनीति पर विराम लगेगा ?

25 फरवरी 2016
0
0
5

कल दिया गया था संसद में भाषण | विरोधी दलो के नेताओ ने किया संसद से पलायन | क्या स्मृति ईरानी के भाषण ने मोदी सरकार के अंक बढ़ा दिए है ? क्या स्मृति ईरानी का भाषण लोगो में मोदी सरकार के प्रति सोच में परिवर्तन ला देगा ? आपका क्या मानना है रॉय दें ?

---

किताब पढ़िए