नमस्ते ,
हमेशा ऐसा होता हे की हम अपने साथ हुए बुरे हादसों या बुरी यादो को भूल नहीं पाते,बहुत से लोगो की ये शिकायत रहती हे की हम भूलना चाहते पर भूल नहीं पाते ,ऐसे में हम क्या करे,हम इंसान हे और ये बहुत ही स्वाभाविक हे की हर इंसान में जज़्बात होते हे और कुछ लोग तो ज्यादा ही जज़्बाती होते हे उनके साथ यदि कोई मानसिक या शारीरिक घटना होती हे तो वे भूल नहीं पाते, पर नियंत्रण सिर्फ हमारे हाथ में होना चाहिए ,यदि हम किसी बात को बार बार सोचते हे तो उसे न सोचना भी हमारे ही हाथ में हे,
क्या कोई चीज़ हमारे साथ ज़िंदगी भर रह सकती हे क्या मरने के बाद भी वो हमारे साथ जा सकती हे इसका दावा कोई नहीं कर सकता फिर बुरी यादो को क्यों हम अपने पास सहेज कर रखते हे,
शायद हम उन बातो को न भुला पाए क्योंकि हम इंसान हे ऊपर से जज़्बाती भी ,लेकिन हम इतना कर सकते हे की उसे याद करना बंद कर दे अपने आप को किसी भी अच्छे कामो में व्यस्त रखे बुरे खयालो को इग्नोर करे आप ये हमेशा याद रखे की ये जीवन हे इसमें अच्छी और बुरी सभी घटनाये होना ही हे ,बस हमे इन दोनों चीज़ो से नहीं घबराना हे, आप ये भी तो देखिये की आपके जीवन में कुछ अच्छा भी होता हे तो उसे याद करके बार बार खुश नहीं होते लेकिन कोई बुरी घटना होने पर बार बार दुखी जरूर होते हे .
इसलिए में आपको बस इतना कहना चाहूंगी की हर चीज़ को नज़रअंदाज़ करना होगा तभी इस जीवन में सही दिशा की और जा सकोगे वार्ना रास्ता भटक जाओगे .
धन्यवाद