वास्तव में हमे जो करने की इच्छा हे वो हम नहीं कर पाते और जो समय हमसे करवाता हे ,हम फिर थक हार कर वही करने लगते हे ,जहा सभी लोग भागते दिखाई देते हे बस वही भागने लगते हे ...............रुको .................और सोचो इस रेस में हम कहा जाकर रुकेंगे कभी सोचा हे ,शायद इतना सोचने का भी हमारे पास टाइम नहीं होता ,और दिल की दिल में ही रह जाती हे ,हमे ज़िंदगी को रेस बिलकुल नहीं बनाना हे क्योंकि हमे भागना नहीं हे हमे चलना हे आप तो जानते ही होंगे की जल्दी का काम शैतान का काम हे इसलिए जल्दबाज़ी में इंसान का हमेशा नुकसान ही होता हे .
अब आप ही बताये हमेशा इतनी जल्दी में रहेंगे तो अपने दिल की कब सुनेंगे और अगर दिल की नहीं सुनेंगे तो अपनी लाइफ एन्जॉय कैसे करंगे हमे जिंदगी को काटना नहीं हे जीना हे इसलिए अपने दिल की जो भी करने की इच्छा हे तो उसे थोड़ा टाइम निकालकर ज़रूर करो ,इससे आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में आसानी होगी क्योंकि आप अपनी जिंदगी को दिल से जी रहे होंगे .
में आपसे कुछ शेयर करना चाहती हु मेरी दिल से इच्छा थी की में कभी ब्लॉग्गिंग करू और अपने विचार उन लोगो के साथ शेयर करू जो अपने दिल नहीं सुन पाते और पॉब्लम्स में उलझे रहते हे क्योंकि में भी उन लोगो में से एक हु पर मेने अपना नजरिया बदला और अपने दिल की सुनी और मुझे आपसे अपने विचार शेयर करने का मौका ,अब मुझे अपनी जिंदगी बोझ नहीं लगती अब हर प्रॉब्लम्स को फेस करके आगे बढ़ रही हु और आपको भी यही एडवाइस दूंगी -
अपने दिल की भी सुनो और आगे बढ़ो ,अगर मेरे विचार अच्छे लगे तो मेरा उत्साह ज़रूर बढ़ाये
धन्यवाद