शब्दनगरी में ये मेरी पहली पोस्ट है. फेसबुक छोड़ कर यहाँ आना महज अपने भीतर कि उदासी, बेचैनी या निराशा से निजात पाने का जरिया भी हो सकता है पर फेसबुक से कुछ दिन के लिए डिटॉक्स होना जरुरी लगा.लेकिन क्या करू ब्लॉग लिखने की आदत जो ठहरी ये किसी नशे से काम थोडी है ..जैसे एक मैखाने के बंद होने पर हम नया मै