वर्तमान के भारत की मनोदशा को देखते हुए मुझें अतीत के भारत का इतिहास याद आया.. क्या भारत जब भी इतना संमृद्ध था जैसा आज है. तब क्या हमारे भारत की भारतीय संस्कृति और संस्कार भी ऐसे ही थे जो आज है. हम कितने वाकिफ है अतीत के भारत से इन्ही सब बातों को मैंने अपनी इस किताब अतीत के अखंड भारत में अपने शब्दों से समझाने की कोशिश की है.. अतीत का अखंड भारत कई खंडो में प्रकाशित होगा जिसे आप कई भागों में पढ़ सकेंगे.
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