समाज में एक औरत जो शादी शुदा होने के बाद भी इश्क़ में इसलिए पड़ जाती हैं कि उसे अपनी हसरतें, उमंगों की चाह को पूरा करना होता हैं यहीं हल इस कहानी की संध्या का हैं जो अपने प्रेमी के साथ नई ज़िन्दगी की शुरुआत करती हैं.. लेकिन वो 35 साल बाद फिर क्यों अपने पहले पति और बच्चे के पास लौट कर जाती हैं.. क्या संध्या का पूर्व पति और बेटा उसे अपना लेता हैं.. इन्ही सब बातों को जानने के लिएएक महिला के स्वार्थ की कहानी अब लौट चलें को पढ़िए.
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