हम सभी जानते हैं कि वर्तमान में डिजिटल युग बहुत तेजी से बढ़ रहा है। आज हर काम डीजिटल होता जा रहा है। युवा हों या उम्र दराज हर उम्र के लोग मोबाईल स्क्रीन पर बहुत ज़्यादा समय बिताने लगे हैं। स्मार्टफोन, कंप्यूटर और लेपटॉप आज कल एक आम बात हो गई है। हम देखें तो एक व्यक्ति अपने समय का लगभग 70 प्रतिशत समय मोबाईल स्क्रीन पर ही बिता रहा है। और जरूरी सा भी हो गया है क्योंकि इन इलेक्ट्रानिक्स सामानों की वजह से ही हम दुनिया के अन्य लोगों से जुड़ सकते हैं। जबकि दूसरे पहलू से यह हमारे स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डालते हैं जिसको हम नजरअंदाज करते हैं।
स्क्रीन टाइम शेड्यूल बनाएं :
छोटे बच्चों को प्रतिदिन कितनी देर तक मोबाईल या कम्प्यूटर का उपयोग करना चाहिए, इसके लिए एक टाईम टेबिल अथाव एक नियम तैयार करें। जिससे बच्चों को आउटडोर गेम, खेल-कूद, परिवार के अन्य लोगों के साथ समय बिता सकें। और साथ-साथ ही पढाई भी कर सकें ।
स्वयं को तैयार करें :
हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे मोबाईल पर कम से कम स्क्रीन शेयर करें तो हमको स्वयं इसका उदाहरण बनाना पड़ेगा। जब बच्चे घर पर हों तो ज्यादा से ज्यादा बच्चों के साथ रहें और यदि ऐसा न हो पा रहा हो तो खुद को बच्चों के सामने मोबाईल से दूर रखें।
जगह सीमित करें :
हमारी स्वंय की आदत है कि हर समय हमारे हाथ में मोबाईल रहता है चाहे हम खाना खा रहे हों या अन्य कोई काम कर रहे हों। तो हमारे बच्चे भी इसको देख कर वैसा ही करेंगे। इसके लिए आपको खुद को सुधारना होगा। साथ-साथ बच्चों को घर के कुछ क्षेत्रों, जैसे कि बेडरूम और खाना खाने की जगह को मोबाईल चलाने के लिए प्रतिबंधित करें। बच्चों को इन स्थानों पर स्क्रीन-मुक्त गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें।