मालिक मोबाइल से
रोता हूं आज मैं !
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तुझे सहारा बनाने के लिए बनाया था
तुझे दुनिया को आगे बढ़ाने के लिए बनाया था
तुझे जन-जन तक नई सोच से पहुंचाया था
तूने यह मुझे क्या सिला दिया
तू तो बर्बादी बन बैठा
समय का चोर बन बैठा
शोर मचा है तेरे नाम का चारों ओर तू ही तू भूपति बन बैठा
जो जग सारा मुगल बादशाह अकबर से झुका नहीं वह तेरे सामने रुक बैठा रुक बैठा
तू मेरी आशाओं पर खरा नहीं उतरा इसका दर्द है मुझे तू मेरी निराशाओं का कारण नहीं बना इसकी खुशी है मुझे
हे मालिक !
मोबाइल की आवाज
जैसा उपयोग करें मेरा जो वैसा बन जाऊं मैं
किसी की जन्नत हूं तो किसी का नर्क बन जाऊं मैं
जैसी जिसकी सोच
जैसा मेरा उपयोग
- ss