अभिनेता ओमपुरी भारतीय सिनेमा की वो हस्ती थे जिन्होंने सिनेमा के अभिजात्य सौन्दर्य प्रतिमान बदलकर उन्हें जनपक्षधर बनाया. उस जामने में गोरी चमड़ी का हमारे दिमागों पर विशेष प्रभाव था क्यूंकि हम ओपनिवेशिक मानसिकता के शिकार थे जो कुछ हद तक आज भी हमारे जहानों में बैठी हुयी है. उस दौर में काली चमड़ी का और खुरदरे धब्बों वाला यह अभिनेता मंच पर आया तो आमजन ने इसे तुरंत सर-आँखों पर लिया क्यूंकि यह उनके बीच से आया था जो उन जैसा ही था. 1950 में अम्बाला में जन्मे ओमपुरी ने 1976 में पुणे फिल्म संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त किया. उनकी पहली हिट फिल्म आक्रोश थी. उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री की उपाधि दी गई और उन्होंने 'आरोहण' और 'अर्धसत्य' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल किया था