सबसे किफायतशील होता किसीके लिए जैव इंधन,कितना भी इस्तमाल करो फिर ना खत्म होने का बंधन
साज श्रृंगार नहीं बल्कि सादगी से भरा होता बचपन का बाल दिन,जब हमारे तकदीर में आती थे खुशियों के कितने सुनहरे सारे दिन।।
आरक्षण के बजाय मिले हर एक को समान संधी,जिस के बदौलत हर एक खुद के साबित कर पाए,आरक्षण सिर्फ़ वजह बन चली नफरत को फैराने की,इससे अच्छा समाज पूरा हो पाए आरक्षण से अब मुक्त।।