मेरी डायरी, समझ नहीं आता किसे अपना हितैषी समझूँ किसे नहीं | मेरे साथ तीन परिवार जुड़े हैं | अपने बुजुर्गों से सुना है कि हर रिश्ते में एक दूरी होनी चाहिए | पर आज तक नहीं समझ सकी कि ये दूरी क्यों ? जब
4 / 5 / 22 मेरी डायरी , आज पहली बार मैं तुमसे अपने मन की बातों को बाँटने जा रही हूँ| इसलिए मेरी उलटी-पुलटी बातों को किसी से मत बताना | आज मन शांत भी है और अशांत भी | क्योंकि आज से मेरे जीवन की तीस