खिलते हुए गुलाब सा यौवन है, तुम्हारा,
सुंदर मनमोहक चेहरा, रुप है प्यारा प्यारा,
तुम्हे देखे बिना दिन नहीं, कटता हमारा,
तुम्हारी खूबसूरती पर ये दिल निसार है, हमारा
दिल बन बैठा है, जिद्दी हमारा
तुम्हारे दीदार की चाह मै, फिरता है, मारा मारा
क्यां करे बच्चों कि तरह जिद्द कर बैठा है ये दिल, दिल तो बच्चा है, हमारा ।