साइकोलॉजिकल फैक्ट्स
कुछ चीजें हम अकसर सभी लोगों में एक समान ही पाते हैं। सब में नहीं तो भी ज्यादातर लोगों में हमें ऐसी बातें देखने को मिल ही जाती हैं जो हमें एक समान लगती हैं। जैसे कि सबसे कॉमन है व्यक्ति की इच्छा। एक इंसान को कितनी भी सहूलियत हासिल हो जाए, धन-दौलत मिल जाए लेकिन वह उससे ज्यादा की कामना करना नहीं छोड़ता।
इंसान की आदतें
दुनिया भर में आप किसी भी देश में चले जाएं लेकिन इंसान की इस मनोदशा को एक समान ही पाएंगे। पैसे के साथ-साथ एक इंसान जो कि हर समय टाइम के पीछे दौड़ता रहता है, या यूं कहें कि वक्त उसे भगाता रहता है, वह उसी को पकड़ नहीं पाता।
उसकी सोच
वह हरदम यही सोचता है कि काश समय कुछ पल पीछे चला जाए, ताकि वह उन कार्यों या इच्छाओं को पूरा कर सके जो वह कर ना सका। लेकिन ऐसा संभव भी तो नहीं है, किन्तु फिर भी इंसानी दिमाग यही सब सोचता रहता है।दुनिया भर में शोध करने के बाद ऐसे कई तथ्य सामने आए हैं जो आपको हैरान करके रख सकते हैं। और इन्हें जानने के बाद आप स्वयं से सवाल भी करेंगे – क्या सच में मेरे साथ भी ऐसा होता है? जानें आगे की स्लाइड्स में कुछ ऐसे ही हैरानीजनक तथ्य:
आम पाई जाने वाली मानसिक स्थिति
पहला फैक्ट लोगों की उस मानसिक स्थिति से जुड़ा है जो काफी आम है। अकसर आपने लोगों को नाखून चबाते या फिर नाखून के आसपास की त्वचा को दांतों से खींचते हुए देखा होगा। विशेषज्ञों के अनुसार यह एक प्रकार का मानसिक विकार है जो बताता है कि आप काफी ज्यादा परेशान हैं।अकसर लोग तब ज्यादा परेशान होते हैं जब उनके द्वारा किया हुआ कोई काम सफल होने की दिशा में ना चल रहा हो या फिर कोई घरेलू चिंता उन्हें सता रही हो। लेकिन अपने फोन को लेकर चिंता में रहने वाले लोगों ने तो सारी सीमाएं ही पार कर दी हैं।
विशेषज्ञों की राय
मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों के अनुसार आज के आधुनिक युग में यदि किसी व्यक्ति का मोबाइल फोन खो जाए तो आप सोच नहीं सकते कि उसकी घबराहट की सीमा कितनी अधिक होती है। कुछ विशेषज्ञों ने माना है कि यह चिंता उस चिंता के समान होती है, जब व्यक्ति अपनी मौत के करीब होता है।
भयानक सपनों का कारण
अगले कुछ फैक्ट्स व्यक्ति के इमोशन तथा उसकी निद्रा से संबंधित हैं। एक शोध के अनुसार एक व्यक्ति जितनी ठंडी जगह में सोता है उतने ही उसे डरावने सपने आते हैं। इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति रात्रि में ज्यादा तकिये लेकर सोता है तो इसका मतलब है कि वह खुद को अकेला महसूस करता है। एक शोध के अनुसार लोग दिन की तुलना में रात के समय ज्यादा आसानी से रो पाते हैं। इसका एक कारण एक्सपर्ट्स ने बताया है कि नींद की कमी के कारण लोग अपने इमोशन्स पर नियंत्रण नहीं रख पाते, और काफी देर तक भी रोते रह सकते हैं।
क्यों रोता है व्यक्ति?
व्यक्ति के रोने से संबंधित एक तथ्य ऐसा भी है जो उसके रोने का कारण व्यक्त कर सकता है। इससे आप जान सकते हैं कि सामने वाला व्यक्ति अपने रोने का कारण सही बता रहा है या गलत। एक शोध के मुताबिक यदि रोते समय पहला आंसू दाहिनी आंख से निकले तो व्यक्ति रोते हुए अपनी खुशी को ज़ाहिर कर रहा है लेकिन इसी के विपरीत यदि आंसू बाईं आंख से टपका है तो वह दुख एवं दर्द से तड़पते हुए रो रहा है। व्यक्ति की इसी उदासी से संबंधित भी कुछ फैक्ट्स मौजूद हैं।
उदाहरण के लिए यदि आप बिना किसी कारण के परेशान हो जाते हैं या उदास महसूस करते हैं तो इसका मतलब है कि आप किसी को ‘मिस’ कर रहे हैं। क्योंकि ऐसी स्थिति में आप समझ नहीं पाते कि अचानक आपका मूड बदल क्यों गया है।
उदासी का कारण
ऐसे में यदि कोई आपको उस इंसान की याद दिलाए जिसे आप मिस कर रहे हैं तो आप अपनी उदासी का कारण समझ जाते हैं। किसी के बारे में जागते हुए भी सपने देखते रहना या फिर सोचते रहना भी दर्शाता है कि आप उस इंसान को मिस कर रहे हैं। लेकिन इसी उदासी को लोग अकसर छुपाते रहते हैं, कारण यह कि उन्हें कोई ऐसा बहुत कम मिलता है जो उनकी बात को समझ सके। इसलिए अमूमन लोग यही कहते हैं कि उनका मूड ठीक है, बल्कि असलियत में वे अंदर से काफी परेशान होते हैं।
और उनकी परेशानी दर्शाती है “उनकी बिना वजह हंसते रहने की आदत”। आप कोई नार्मल या बेतुका सा जोक भी मार दें तो ऐसे लोग खिलखिला कर हंसते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अंदर से बेहद उदास लोग अकसर सामान्य से मजाक पर भी हंस देते हैं।
धोखेबाज को मिलता है धोखा ही
खैर यह तो थे व्यक्ति के इमोशन्स से जुड़े राज लेकिन कुछ तथ्य उसकी आदतों से जुड़े हैं, जो उसके व्यक्तित्व को बखूबी व्यक्त करते हैं। उदाहरण के लिए जो लोग अकसर दूसरों को धोखा देते हैं उन्हें खुद भी हरदम किसी से मिलने वाले धोखे का आभास होता रहता है।
इतना ही नहीं, जिन्हें हर छोटी-छोटी बातों पर झूठ बोलने की आदत होती है, उन्हें पूरी दुनिया ही झूठी लगती है। अपनी तरह उन्हें बार-बार यह महसूस होता रहता है कि सामने वाला इंसान उनसे हो ना हो झूठ बोल रहा है
कैसे पता लगाएंगे आप?
लोगों के इसी व्यक्तित्व को आप पहचान भी सकते हैं। झूठ की तरह यदि आपको यह पता लगाना हो कि सामने वाला कोई बात छुपा तो नहीं रहा तो इसका भी एक तरीका है।
एक शोध के अनुसार यदि एक व्यक्ति अपने भीतर किसी सीक्रेट को छुपा रहा हो और आप उसी से संबंधित कोई बात कर लें तो वह हड़बड़ा जाता है। आंखें चुराने लगता है और इसी घबराहट में या तो चुप रहता है या फिर बोलता भी है तो सामान्य से तेज़ गति से।
speakingtree