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है मंजिल दूर नही तू चल रुक मत , आये कई आंधी तूफान डर मत,
एक चिड़िया जिसने पंख भी न फैलाये , उड़ने से पहले ही पंख काट दिए , मिले उसको सहारे अपनो के , लेकिन अपनो ने ही पीठ पीछे वार किए , जिंदा है उसकी साँसे मगर मर मर कर जी रही है, क्या कसूर उसका ना जाने, बस उड़न
काबिल बनूं तेरे में तू पहाड़ है जरूर पर हम भी छेनी हथौड़ी है , तोड़कर रास्ता बना लेंगे 🌹✍️✍️ निशांक एक बहोत काबिल लड़का है , वह अपने आने वाले एग्जाम क
हैं यह नश्वर प्राण हैं यह नश्वर जीवन नश्वर है अपनी काया नश्वर हैं अंत नश्वर ही नश्वर हैं पर एक सृजन है प्रकृति एक सृजन है आत्मा एक सृजन है परमात्मा को जानना एक सृजन हैं आशा की किरण एक सृजन
कुछ अधूरी डायरी को तुम लिखों कुछ अधूरी डायरी को हम लिखें कुछ जज्बातों को तुम लिखों कुछ जज्बातों को हम लिखें&n
उड़ने को हौसलें है ,बुलन्द रोक सके तो रोक । सपनों को साकार करने को तैयार है हम उड़ने को तैयार है हम मिलती नही यूँही मंजिल आसानी से थोड़ा तो तपिस करना ही पड़ता हैं बांध लिया नदियों पर अपनी कोशिशों का पु
<div>सफर करने वाले अपनी मंज़िल पा ही लेते हैं, बस एक बार चलने का हौसला रखना जरूरी हैं ,क्योकि अच्छे इंसानों का तो रास्ते भी इंतेज़ार करते हैं।</div><!--/data/user/0/com.samsung.android.app.notes/files/c
सफर करने वाले अपनी मंज़िल पा ही लेते हैं, बस एक बार चलने का हौसला रखना जरूरी हैं ,क्योकि अच्छे इंसानों का तो रास्ते भी इंतेज़ार करते हैं।