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अधूरी डायरी

22 मार्च 2022

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           कुछ अधूरी डायरी को तुम लिखों  
कुछ अधूरी डायरी को हम लिखें

          कुछ जज्बातों को तुम लिखों 
कुछ जज्बातों को हम लिखें

            कुछ वादों को तुम करो याद 
     कुछ वादों को हम करे याद 

कुछ  ख्बाबों को हम सजाये 
     कुछ ख्वाबों को तुम सजाओं

कुछ शिकायतें तुम करो 
     कुछ शिकायतें हम करे 

कुछ  थोड़ा सा तुम दो हमारा साथ 
     कुछ थोड़ा सा हम दे तुम्हारा साथ 

कुछ यादों को  तुम करो बयां 
          कुछ यादों को हम करे बयां

कुछ सपनों को तुम करो पूरा
      कुछ सपनो को हम करे पूरा 
     
कुछ अधूरी डायरी तुम लिखों 
     
   कुछ अधूरी डायरी हम लिखें  । 
 

डिंपल कुमारी 
 राजस्थान तखतगढ़ 😊

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मंजिल

28 जनवरी 2022
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सफर करने वाले अपनी मंज़िल पा ही लेते हैं, बस एक बार चलने का हौसला रखना जरूरी हैं ,क्योकि अच्छे इंसानों का तो रास्ते भी इंतेज़ार करते हैं।

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9 अप्रैल 2022
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16 जून 2022
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उड़ ना सकी

15 सितम्बर 2022
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एक चिड़िया जिसने पंख भी न फैलाये , उड़ने से पहले ही पंख काट दिए , मिले उसको सहारे अपनो के , लेकिन अपनो ने ही पीठ पीछे वार किए , जिंदा है उसकी साँसे मगर मर मर कर जी रही है, क्या कसूर उसका ना जाने, बस उड़न

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16 सितम्बर 2022
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