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कुछ ख़्वाब अपने दम पर मुकम्मल करने हैं, बस उसी हसरत में तबीरों को लिखना शुरू किया है। चूंकि अभी सीख रहें हैं.... इसलिए कोई ग़लती हो तो सिखाते रहियेगा ... इसी उम्मीद के साथ, हम उरूज " इस आम सी दुनिया की इक ख़ास सी लड़की "

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