शब्द शब्द
की ली है टोह
अर्थ अर्थ
की खोजी खोह
विषय चुना
जब भी अंजाना
सन्दर्भों का
खुला खज़ाना
खुल खुल कर
जब किया विचार
दृशय बना
सारा संसार ...
बने स्वयं सब
शब्द विधान
जैसे हो मिला
कोई वरदान !!
8 मई 2015
राहुल जी, ये कह सकते हैं कि आपके दिल में बहुत अच्छा अाता है और आप बहुत सुन्दर कहते हैं...रचना बहुत सुन्दर है आभार !
8 मई 2015