शीर्षक दुबई आग दुर्घटना 17 अप्रैल 2023
आज हम सभी ने तकनीक के साथ सुखद और दुःख की खबरें हम सभी को इंटरनेट और समाचार के माध्यम से मिलती है आग दुर्घटना के साथ दुबई की एक इमारत में लगी थी आग, जान गंवाने वाला भारतीय जोड़ा कर रहा था इफ्तार की तैयारी केरल के 38 वर्षीय रिजेश कलंगदान और उनकी 32 वर्षीय पत्नी जेशी कंदमंगलथ अपने मुस्लिम पड़ोसियों के लिए शनिवार शाम को खाना बना रहे थे । दुबई में शनिवार को एक रिहायशी इमारत में भीषण आग लगने से 16 लोगो की मौत हुई थी। इसमें केरल के एक दंपति की भी जान गई है। बताया जा रहा कि जिस समय आग लगी थी यह भारतीय जोड़ा पड़ोसियों के लिए इफ्तार का खाना तैयार कर रहा था। केरल के 38 वर्षीय रिजेश कलंगदान और उनकी 32 वर्षीय पत्नी जेशी कंदमंगलथ अपने मुस्लिम पड़ोसियों के लिए शनिवार शाम को खाना बना रहे थे। कलंगदान एक ट्रैवल एंड टूरिज्म कंपनी में बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर थे, जबकि कंदमंगलथ एक स्कूल टीचर थीं। दंपति शनिवार को विशु मना रहा था।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वे केले के पत्ते पर परोसे जाने वाले एक शाकाहारी त्योहार विशुसाध्या बना रहे थे। उन्होंने अपने मुस्लिम कुंवारे पड़ोसियों के एक समूह को इफ्तार के लिए आमंत्रित किया था। दंपति के एक पड़ोसी रियास ने बताया कि वह बहुत ही अच्छे लोग थे। हमेशा लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते थे। त्योहार पर हमेशा वह आमंत्रित करते थे। उन्होंने हमें ओणम और विशु लंच के दौरान पहले भी आमंत्रित किया था। इस बार उन्होंने रमजान के रियास ने कहा कि हमने अंतिम बार दंपति को अपने अपार्टमेंट में जाते हुए देखा था। बाद में उन्हें कॉल किया तो कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा कि दोपहर 12.35 बजे व्हाट्सएप पर रिजेश का लास्ट सीन देखा था। विश्वास नहीं हो रहा है कि जिस व्यक्ति ने रविवार के लिए मेरी फ्लाइट टिकट बुक करने में मेरी मदद की थी, जिस व्यक्ति ने मुझे इफ्तार के लिए आमंत्रित किया था, वह चला गया है। गौरतलब है, दुबई सिविल डिफेंस ऑपरेशंस रूम को शनिवार को दोपहर 12.35 बजे दुबई के पुराने इलाके अल रास की एक इमारत में आग लगने की सूचना मिली थी। इमारत की चौथी मंजिल पर भीषण आग लग गई थी और अन्य क्षेत्रों में फैलने लगी। दुबई सिविल डिफेंस मुख्यालय की एक टीम आग लगने की जगह पर पहुंची और इमारत में रह रहे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया।
आज हम सभी ने तकनीक के साथ सुखद और दुःख की खबरें हम सभी को इंटरनेट और समाचार के माध्यम से मिलती है आग दुर्घटना के साथ दुबई की एक इमारत में लगी थी आग, जान गंवाने वाला भारतीय जोड़ा कर रहा था इफ्तार की तैयारी केरल के 38 वर्षीय रिजेश कलंगदान और उनकी 32 वर्षीय पत्नी जेशी कंदमंगलथ अपने मुस्लिम पड़ोसियों के लिए शनिवार शाम को खाना बना रहे थे।दुबई में शनिवार को एक रिहायशी इमारत में भीषण आग लगने से 16 लोगो की मौत हुई थी। इसमें केरल के एक दंपति की भी जान गई है। बताया जा रहा कि जिस समय आग लगी थी यह भारतीय जोड़ा पड़ोसियों के लिए इफ्तार का खाना तैयार कर रहा था। केरल के 38 वर्षीय रिजेश कलंगदान और उनकी 32 वर्षीय पत्नी जेशी कंदमंगलथ अपने मुस्लिम पड़ोसियों के लिए शनिवार शाम को खाना बना रहे थे। कलंगदान एक ट्रैवल एंड टूरिज्म कंपनी में बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर थे, जबकि कंदमंगलथ एक स्कूल टीचर थीं। दंपति शनिवार को विशु मना रहा था।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वे केले के पत्ते पर परोसे जाने वाले एक शाकाहारी त्योहार विशुसाध्या बना रहे थे। उन्होंने अपने मुस्लिम कुंवारे पड़ोसियों के एक समूह को इफ्तार के लिए आमंत्रित किया था। दंपति के एक पड़ोसी रियास ने बताया कि वह बहुत ही अच्छे लोग थे। हमेशा लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते थे। त्योहार पर हमेशा वह आमंत्रित करते थे। उन्होंने हमें ओणम और विशु लंच के दौरान पहले भी आमंत्रित किया था। इस बार उन्होंने रमजान के रियास ने कहा कि हमने अंतिम बार दंपति को अपने अपार्टमेंट में जाते हुए देखा था। बाद में उन्हें कॉल किया तो कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा कि दोपहर 12.35 बजे व्हाट्सएप पर रिजेश का लास्ट सीन देखा था। विश्वास नहीं हो रहा है कि जिस व्यक्ति ने रविवार के लिए मेरी फ्लाइट टिकट बुक करने में मेरी मदद की थी, जिस व्यक्ति ने मुझे इफ्तार के लिए आमंत्रित किया था, वह चला गया है। गौरतलब है, दुबई सिविल डिफेंस ऑपरेशंस रूम को शनिवार को दोपहर 12.35 बजे दुबई के पुराने इलाके अल रास की एक इमारत में आग लगने की सूचना मिली थी। इमारत की चौथी मंजिल पर भीषण आग लग गई थी और अन्य क्षेत्रों में फैलने लगी। दुबई सिविल डिफेंस मुख्यालय की एक टीम आग लगने की जगह पर पहुंची और इमारत में रह रहे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। बना रहे थे। कलंगदान एक ट्रैवल एंड टूरिज्म कंपनी में बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर थे, जबकि कंदमंगलथ एक स्कूल टीचर थीं। दंपति शनिवार को विशु मना रहा था।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वे केले के पत्ते पर परोसे जाने वाले एक शाकाहारी त्योहार विशुसाध्या बना रहे थे। उन्होंने अपने मुस्लिम कुंवारे पड़ोसियों के एक समूह को इफ्तार के लिए आमंत्रित किया था। दंपति के एक पड़ोसी रियास ने बताया कि वह बहुत ही अच्छे लोग थे। हमेशा लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते थे। त्योहार पर हमेशा वह आमंत्रित करते थे। उन्होंने हमें ओणम और विशु लंच के दौरान पहले भी आमंत्रित किया था। इस बार उन्होंने रमजान के रियास ने कहा कि हमने अंतिम बार दंपति को अपने अपार्टमेंट में जाते हुए देखा था। बाद में उन्हें कॉल किया तो कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा कि दोपहर 12.35 बजे व्हाट्सएप पर रिजेश का लास्ट सीन देखा था। विश्वास नहीं हो रहा है कि जिस व्यक्ति ने रविवार के लिए मेरी फ्लाइट टिकट बुक करने में मेरी मदद की थी, जिस व्यक्ति ने मुझे इफ्तार के लिए आमंत्रित किया था, वह चला गया है। गौरतलब है, दुबई सिविल डिफेंस ऑपरेशंस रूम को शनिवार को दोपहर 12.35 बजे दुबई के पुराने इलाके अल रास की एक इमारत में आग लगने की सूचना मिली थी। इमारत की चौथी मंजिल पर भीषण आग लग गई थी और अन्य क्षेत्रों में फैलने लगी। दुबई सिविल डिफेंस मुख्यालय की एक टीम आग लगने की जगह पर पहुंची और इमारत में रह रहे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया।
आज हम सभी ने तकनीक के साथ सुखद और दुःख की खबरें हम सभी को इंटरनेट और समाचार के माध्यम से मिलती है आग दुर्घटना के साथ दुबई की एक इमारत में लगी थी आग, जान गंवाने वाला भारतीय जोड़ा कर रहा था इफ्तार की तैयारी केरल के 38 वर्षीय रिजेश कलंगदान और उनकी 32 वर्षीय पत्नी जेशी कंदमंगलथ अपने मुस्लिम पड़ोसियों के लिए शनिवार शाम को खाना बना रहे थे । दुबई में शनिवार को एक रिहायशी इमारत में भीषण आग लगने से 16 लोगो की मौत हुई थी। इसमें केरल के एक दंपति की भी जान गई है। बताया जा रहा कि जिस समय आग लगी थी यह भारतीय जोड़ा पड़ोसियों के लिए इफ्तार का खाना तैयार कर रहा था। केरल के 38 वर्षीय रिजेश कलंगदान और उनकी 32 वर्षीय पत्नी जेशी कंदमंगलथ अपने मुस्लिम पड़ोसियों के लिए शनिवार शाम को खाना बना रहे थे। कलंगदान एक ट्रैवल एंड टूरिज्म कंपनी में बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर थे, जबकि कंदमंगलथ एक स्कूल टीचर थीं। दंपति शनिवार को विशु मना रहा था।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वे केले के पत्ते पर परोसे जाने वाले एक शाकाहारी त्योहार विशुसाध्या बना रहे थे। उन्होंने अपने मुस्लिम कुंवारे पड़ोसियों के एक समूह को इफ्तार के लिए आमंत्रित किया था। दंपति के एक पड़ोसी रियास ने बताया कि वह बहुत ही अच्छे लोग थे। हमेशा लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते थे। त्योहार पर हमेशा वह आमंत्रित करते थे। उन्होंने हमें ओणम और विशु लंच के दौरान पहले भी आमंत्रित किया था। इस बार उन्होंने रमजान के रियास ने कहा कि हमने अंतिम बार दंपति को अपने अपार्टमेंट में जाते हुए देखा था। बाद में उन्हें कॉल किया तो कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा कि दोपहर 12.35 बजे व्हाट्सएप पर रिजेश का लास्ट सीन देखा था। विश्वास नहीं हो रहा है कि जिस व्यक्ति ने रविवार के लिए मेरी फ्लाइट टिकट बुक करने में मेरी मदद की थी, जिस व्यक्ति ने मुझे इफ्तार के लिए आमंत्रित किया था, वह चला गया है। गौरतलब है, दुबई सिविल डिफेंस ऑपरेशंस रूम को शनिवार को दोपहर 12.35 बजे दुबई के पुराने इलाके अल रास की एक इमारत में आग लगने की सूचना मिली थी। इमारत की चौथी मंजिल पर भीषण आग लग गई थी और अन्य क्षेत्रों में फैलने लगी। दुबई सिविल डिफेंस मुख्यालय की एक टीम आग लगने की जगह पर पहुंची और इमारत में रह रहे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। पोर्ट सईद फायर स्टेशन और हम रियाह फायर स्टेशन से भी टीमों को बुलाया गया। दोपहर 2:42 बजे (स्थानीय समयानुसार) आग पर काबू पा लिया गया। पीड़ितों में केरल के एक जोड़े सहित चार भारतीयों की पहचान की गई है।
पोर्ट सईद फायर स्टेशन और हम रियाह फायर स्टेशन से भी टीमों को बुलाया गया। दोपहर 2:42 बजे (स्थानीय समयानुसार) आग पर काबू पा लिया गया। पीड़ितों में केरल के एक जोड़े सहित चार भारतीयों की पहचान की गई है।पोर्ट सईद फायर स्टेशन और हम रियाह फायर स्टेशन से भी टीमों को बुलाया गया। दोपहर 2:42 बजे (स्थानीय समयानुसार) आग पर काबू पा लिया गया। पीड़ितों में केरल के एक जोड़े सहित चार भारतीयों की पहचान की गई है।
आज की दुखद घटना से हम सभी को समय और कुदरत की बात है परंतु हम का जीवन समानता और मानवता के साथ है।