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गोपाल अद्विक के बारे में

मैं कला वर्ग में स्नातक हूँ। लेखन मेरी रुचि है। मुझे लगता है कि लेखन ही एक ऐसा माध्यम है जो मेरे व्यक्तित्व को सम्पूर्ण रूप से व्यक्त कर सकता है। मैं इस उक्ति में विश्वास करता हूँ जो लेखन की महत्ता को सही प्रकार से परिभाषित करती है - "लेखन आँखों से नींद उड़ा सकता है।"

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गोपाल अद्विक की पुस्तकें

कहती है डायरी कुछ

कहती है डायरी कुछ

कुछ मन के भाव हैं, भावों से मैंने शब्द लिखें हैं, शब्दों में कुछ बातें हैं और बातें आपसे करनी हैं।

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दैनिक आर्टिकल

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कुछ फूल-से शब्द, कुछ दहकते शब्द, दैनिक आर्टिकल है जी! माहौल कहाँ रोज़ एक- सा रहता है।

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