6 जून 2022
कितना है मन का विस्तार ! वृक्षों की शाखाओं का l चिडियो की आशाओं का l मानव की दुविधाओं का l मिलता नहीं है उसको पार l कितना है मन का विस्तार ! नदियों की धारा बहती है l और किनारों को सहती है l सा