30 अप्रैल 2022
हिसाब यहाँ हिसाब हर चीज़.का देना पड़ता है,दुख दोगे किसी को वो फिर लेना भी पड़ता है।लौटकर आता हिसाब यहाँ चाहे कर लो कुछ,आँसू देकर दूसरो को अपनी आँखो में भी आँसू भरना पड़ना है। यहाँ हिसाब हर चीज क