मदमाती होली रे...🙏🙏🌹🌹
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होली में हुड़दंग
बजेगी चंग
रंग की बौछारें
भावज के देवर
लावें घेवर
लगे प्यारे-प्यारें
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डारे सबही रंग
चढ़ाँएं भंग
मदमाती होली रे
नारी हुई निडर
चलायें मुद्गर
नैनों से गोली रे
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फागुन की रात
निराली बात
चाँदनी छिटकायें
गावें गौरी गीत
पुरानी रीति
सजन से इठलायें
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-विश्वम्भर पाण्डेय 'व्यग्र'