सारी दुनियां जाग उठी, जागो हिन्द के वासी।
पक्षी चहचहाते है,
कोयल मीठी तान सुनाती है।
सूरज की पहली किरण तुझे जागती है।
जागो हिन्द के वासी जागो हिन्द के वासी।।
जागो धरा वीरो, धरा देती आज तुम्हे आवाज।
जागो हिन्द के वासी, जागो हिन्द के वासी।
सीमा पर चढ़ आया दुश्मन ,
तू अब भी सोया है।
ओ हिन्द के वीर जवान,
जागो धरा के वीरों, धरा देती आज तुम्हे आवाज।
जन्म लिया जिस भूमि पर , उसका कर्ज चुकाकर तुम जाना।
देनी पड़े हजार बार कुर्बानी ,
तो हंस मौत को गले तुम लगाना।
जागो हिन्द के वासी जागो हिन्द के वासी।
हिमालय ने दी आज तुम्हे आवाज
भारत मां पुकारे आज।
जागो हिन्द के वासी जागो हिन्द के वासी।