जीवन में अगर पैसा कमाना है तो रिश्तों को भूल जाओ
और रिश्ते निभाने है तो पैसे कमाने भूल जाओ
और पैसे और रिश्ते एक साथ कमाने ह तो जीना भूल जाओ28 अक्टूबर 2015
जीवन में अगर पैसा कमाना है तो रिश्तों को भूल जाओ
और रिश्ते निभाने है तो पैसे कमाने भूल जाओ
और पैसे और रिश्ते एक साथ कमाने ह तो जीना भूल जाओधन्यवाद शर्मा जी .
29 अक्टूबर 2015
परवीन जी, शब्दनगरी मंच पर आपकी पहली पोस्ट प्रकाशित होने के लिए बहुत बधाई !
28 अक्टूबर 2015