shabd-logo

एक दास्तान....

23 जनवरी 2022

26 बार देखा गया 26
एक दास्तान.....,
दर्द भरी दास्तान लेके मैं आई हूँ
चाह में आपके कितने ख़्वाब सजाए थें,
उस ख़्वाब का पुख्ता सबूत लाई हूँ .
प्यार मैं तो राधा और श्याम भी बिछड़े थे,
हम इन्सानो का वज़ूद ही क्या?
वही आंसू भरे गीत लेके आयी हूँ .
दिल जला था किसी के प्यार मैं, 
रोशनी ढली हुई थी,आंखे बड़ी नम थी,
में प्यार की वही कड़वी हकीकत लाई हूँ
सांसे थम सी गई थी,दिल तूझे पुकार रहा था
निंदे उड़ी थी,रात आधी थी,प्यार मैं आपके फना जो हुए थे
ए लफ्ज कुछ सवालों के जवाब ढूँढते हुए आयी है,
जीवन का सफर बड़ा लम्हा है
कदम कदम मैं इम्तिहान है
मैं राह भटकी हुई मुसाफिर
तेरा पता पूछते पूछते आयी हूँ
मेरे दिल में तुम रहेते हो
ये बात अपने लफ्जो मैं बताने आयी हूँ .

               शैमी ओझा "लफ्ज़"

शैमी ओझा लफ्ज़ की अन्य किताबें

अन्य डायरी की किताबें

1

यादें

23 जनवरी 2022
1
1
0

यादें.. ईश्क का मौसम युँही चला, दिल मेरा हिल ही गया, आँखों के समंदर मैं उतर ही गए,प्रित के रंग मैं रंग ही गए, क्या हया क्या शर्म सब पीछे छूट गया,आपकी चाहत में हम फना हो गए। बातें आपकी दिल मैं खंजर बन

2

प्यार की गहराई

23 जनवरी 2022
0
0
0

प्यार की गहेराई---------------------मैं आपकी चाहत मैंजोगनियाँ हो गई,आपकी मुस्कान दिल मेंयुही तीर की तरह चुब सी गई,आपकी बातों में कुछ तो था,पर आप लफ्जों से न बल्किआँखो से बोल रहे थे।जो दिलसुनने के लिए

3

एक दास्तान....

23 जनवरी 2022
1
1
0

एक दास्तान.....,दर्द भरी दास्तान लेके मैं आई हूँचाह में आपके कितने ख़्वाब सजाए थें,उस ख़्वाब का पुख्ता सबूत लाई हूँ .प्यार मैं तो राधा और श्याम भी बिछड़े थे,हम इन्सानो का वज़ूद ही क्या?वही आंसू भरे गीत ले

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए