सास और जेठानियों के सितम सहते हुए उसने हर बार अपने आप से वादा किया था कि वह अपनी बहू को बेटी से ज्यादा प्यार देगी
बेटे की शादी में उसने अपनी सारी फिक्स डिपॉजिट तुड़वा के बहू के लिए कपड़े और गहने बनवाए थे. सौ तरह के शगुन किए थे. हर रस्म चाव से पूरी की. रसोई की शक्ल तो दो महीने नहीं देखने दी.
अंदर बैड पर लेटे देख उसने बड़े लाड से पूछा – बेटे ठीक है न. कुछ दुख तो नही रहा.
वह चौंक कर उठ कर बैठ गई – नहीं मम्मी जी.
उससे रहा नहीं गया. तुलसी, लौंग और इलायची डाल कर चाय बनाई. और बहू को देने के लिए गई. अंदर बहू पता नहीं किस सहेली से बता रही थी – इतनी मीठी बातें करती हैं कि पूछ मत. पक्का कोई तगड़ा प्लान बना रही है. वरना सास ऐसी………… मुझे तो डर लग रहा है.
वह फिर भी कप लेकर अन्दर आ गयी थी. गलतफहमी दूर करने क