कैसे चले जाते छोड़ कर उन पलों को
जो बस कुछ पल के लिए ही मिले थे
हर फूल का मुरझाना तय होता है लेकिन खुश हूं मैं
कुछ पल के लिए ही सही बाग में फूल तो खिले थे
1 नवम्बर 2021
कैसे चले जाते छोड़ कर उन पलों को
जो बस कुछ पल के लिए ही मिले थे
हर फूल का मुरझाना तय होता है लेकिन खुश हूं मैं
कुछ पल के लिए ही सही बाग में फूल तो खिले थे