17 दिसम्बर 2022
लॉक डाउन ने किया है लॉक मेरा तन बदन, मन का पंछी आज भी पंखों सहित आजाद है।सोच झूलों सी विकल पैगें बढ़ाती रात दिन,और यादों से जुड़ी मस्तिष्क की परवाज़ है।।रोजमर्रा जिंदगी के पूर्व निर्धारित चरण,आज