लघुकथा-सांझे सपने
लघुकथा- साँझे सपने पिछली बार प्याज को रोड़ी में फेकना पड़ा. मगर, इसबार भाव अच्छे थे, “ बाबा ! इस बार तो मुझे नया मोबाइल दिला दोगे ना ?” कालेज मेंपढने का सपना देखने वाले छोटे लड़के ने पूछा तो उस की माँ बोली, “ पहले छुटकी काब्याह करना है. उस के लिए गहनेकपडे लेने होंगे.”“ नहीं माँ ! पहले आप का कमरबंद और स