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मर्यादा का पालन करो मॉडर्न थीम के चक्कर में विवाह जैसे पवित्र रिश्तों एवं सामाजिक वातावरण को मत बिगाड़िए

3 दिसम्बर 2021

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मर्यादा का पालन करो मॉडर्न थीम के चक्कर में विवाह जैसे पवित्र रिश्तों एवं सामाजिक वातावरण को मत बिगाड़िए।🙏🙏

कटु सत्य आजकल जो ट्रेंड चल रहा है समाज में, जल्द ही सुहागरात भी चौराहे पर मनाना आधुनिकता कहलाएगा। ये फोकटी आधुनिकता ले डूबेगी।क्योंकि फटी जीन्स  में आपको वही लोग नही देखना चाहते जो आपके शुभचिंतक है।
बाकी दुनिया तो आपको आपकी बहन बेटियो को नंगा देखना चाहती ही है।
एक समय था जब कपड़े उतारने पर महाभारत हुई थी।और आज किसी ने कपड़े पहनने के लिए बोल दिया  तो महाभारत हो रही है। 

आओ जड़ो की ओर लौट चले। क्योंकि जड़ो से कटने के बाद वृक्ष कहीं का नही रहता।article-image
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रचनाएँ
राम अमृतवाणी
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मर्यादा का पालन करो मॉडर्न थीम के चक्कर में विवाह जैसे पवित्र रिश्तों एवं सामाजिक वातावरण को मत बिगाड़िए

3 दिसम्बर 2021
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<div>मर्यादा का पालन करो मॉडर्न थीम के चक्कर में विवाह जैसे पवित्र रिश्तों एवं सामाजिक वातावरण को मत

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suvichar

14 जून 2022
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मौन सबसे अच्छा उत्तर हैकिसी ऐसे व्यक्ति के लिएजो आपके शब्दों को महत्व नही देता.!!

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my diary

28 जुलाई 2022
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काग़ज़ वज़नदार होता हैजब नोट बन जाता हैरौंद डालता हैसारे आदर्श, मानवीयता, रिश्तेनिगल लेता है जीवन मूल्यझोपड़ी से लेकर महलों तकराज करता है वज़नदार काग़ज़ लेकिन उससे भी ज़्यादावज़नदार हो जाता

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mission green India

29 जुलाई 2022
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नदी से - पानी नहीं , रेत चाहिएपहाड़ से - औषधि नहीं , पत्थर चाहिएपेड़ से - छाया नहीं , लकड़ी चाहिएखेत से - अन्न नहीं , नकद फसल चाहिएउलीच ली रेत, खोद लिए पत्थर,काट लिए पेड़, तोड़ दी मेड़रेत से पक्

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