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my diary

28 जुलाई 2022

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काग़ज़ 
वज़नदार होता है
जब नोट बन जाता है

रौंद डालता है
सारे आदर्श, मानवीयता, रिश्ते
निगल लेता है जीवन मूल्य
झोपड़ी से लेकर महलों तक
राज करता है वज़नदार काग़ज़
 
लेकिन उससे भी ज़्यादा
वज़नदार हो जाता है
जब समा जाता है किताबों में
बचा लेता है
आदर्श, मानवीयता, रिश्ते
जीवन मूल्यों को

सदा के लिए अमर
हो जाता है
काग़ज़
M R Dewasi ✍️
 









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रचनाएँ
राम अमृतवाणी
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25 नवम्बर 2021
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suvichar

14 जून 2022
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मौन सबसे अच्छा उत्तर हैकिसी ऐसे व्यक्ति के लिएजो आपके शब्दों को महत्व नही देता.!!

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my diary

28 जुलाई 2022
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काग़ज़ वज़नदार होता हैजब नोट बन जाता हैरौंद डालता हैसारे आदर्श, मानवीयता, रिश्तेनिगल लेता है जीवन मूल्यझोपड़ी से लेकर महलों तकराज करता है वज़नदार काग़ज़ लेकिन उससे भी ज़्यादावज़नदार हो जाता

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mission green India

29 जुलाई 2022
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नदी से - पानी नहीं , रेत चाहिएपहाड़ से - औषधि नहीं , पत्थर चाहिएपेड़ से - छाया नहीं , लकड़ी चाहिएखेत से - अन्न नहीं , नकद फसल चाहिएउलीच ली रेत, खोद लिए पत्थर,काट लिए पेड़, तोड़ दी मेड़रेत से पक्

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