छोड़कर घर का सुख जो सीमा पर जाता है दुश्मन की छाती पर तिरंगा गाड़ आता है वह हमारे देश का वीर सैनिक है जगह रहता है रात दिन चाहे धूप हो या बरसात खड़ा रहता है सरहद पर सीना ताने चाहे गोलियों की हो बौछार। यह देश चैन से सोता है जब वह पहरे पर होता है जिनकी वजह से आज सुरक्षित है यह आवाम दिल से हैं उन वीर सैनिकों को मेरा सलाम।