पुलिस में नौकरी के दौरान मैंने कई प्रकार के अनुभव प्राप्त किये। इनमें से कुछ अनुभव इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों के समक्ष रखना चाहता हूँ। पाठकों को इस पुस्तक के माध्यम से पुलिस की कुछ कार्यवाहियां एवम जेल में बंद लोगों के जीवन के बारे में बताने का प्रयास भर मात्र है। हो सकता है कई पाठकों को इनमे से कुछ या कई बातों के बारे मे पहले से पता हो। और कई इन बातों से अनभिज्ञ हो। लेकिन इस पुस्तक मे पाठकों को समाज के उन दो वर्गों के जीवन के बारे मे जानकारी मिलेगी जिन्हें समाज अच्छी नज़र से नहीं देखता। एक वर्ग तो पोशाक के दम पर समाज मे सम्मान पा लेता है पर दूसरा वर्ग हमेशा तिरष्कृत होता है। इस पुस्तक मे ज्यादातर बातें तिरष्कृत वर्ग बारे मे हैं। आशा करता हूँ पाठकों को ये पुस्तक पसंद आएगी। जय हिंद।