न नाम मेरा दिल पर लिखना न आँखों में मुझे बसा लेना
किसी से जब अपने प्यार का इजहार किया तो बो हमसे कुछ यं ही बोले थे ।
पर मेरे कहने का ढंग ये हे ।
न रखना दिल के पहलु में
न कोई कहानी मुझे बना लेना .
मेरी चंचल मोती आँखों का
बेनूर नजारा दीखता न .
मेरे लाल गुलाबी होंठो का रंग
इतना कभी चालकता ना ।
ये तो सब रब की मर्जी हे
ये तो सब रब की मर्जी हे .
तुम न खिलौना समझ उठा लेना ।
न नाम मेरा दिल पर...................... ।