नारी शक्ति का अभिमान,
आज करेगा सारा हिंदुस्तान,
जीवन के हर पथ पर बढ़ रहा,
नारी सम्मान।
कभी बनी लाडली बेटी,
कभी पत्नी का वरदान,
हर रूप में सशक्त खड़ी,
बनकर एक चट्टान समान,
नहीं विचलती किसी हाल में,
जीवन के हर भवर जाल में,
काट उन्हें बढ़ जाती हैं,
दुर्गा चंडी बनकर,
प्यार एवं ममता की मूरत,
मातृ शक्ति की अद्भुत सूरत,
लक्ष्मी एवं सरस्वती बनकर,
धन वैभव की सच्ची पूरक,
इनमें है जीवन का मान,
नारी शक्ति का अभियान,
