12 जून 2018
ताअसुबी मगरुरी किसी को दोस्त बनने नही देती है दुर इससे रहना बेहतर। हराम काम कई ये करादेती खत्म कर इंसानियत बनादेती है जानवर से बदतर। नासुर की तरहा बढजाती है ये करदेती है दुर सारे अपनो से अकसर।