कृष्ण जन्माष्टमी पर आप सभी मित्रों को हार्दिक बधाई, ॐ जय श्रीराधे कृष्ण!"पद"मैं हूँ गोकुला का गोपालाआज हमारो जन्म हुवो है, मैं यशुमति का लालायमुना जी के निर्मल जल में, नाग कालिया काला।गोवर्धन को धारण करता, गाय चराने वाला।द्वापर में राधिका संग थी, कलियुग रूप निराला।गौतम झूला खूब झुलाए, मोर मुकुट नंदल
"पद" वियोग श्रृंगार रस ऊधौ मानों बात हमारीहम कान्हा की राह निहारे, तुमने बात बिगारी।आय गयौ लै अपनी लकुटी, पढ़ते निर्गुन चारी।।जा कहना बंसी वाले से, यमुना जल बीमारी।हे साँवरिया कृष्ण मुरारी, पनघट पड़ी उघारी।।ज्ञान सिखाकर अयन चुराते, कैसे