स्वाति गुनगुनाते हुए किचन मे काम कर रही होती हैं।
तभी विवेक ने टोन मारा- क्या बात स्वाति बहुत खुश लग रही हो। 😆😆
😊स्वाति- खुश तो मैं रोज रहती हूँ क्यूकि तुम मुझे खुश रखते हो। घर के सभी लोग मुझे खुश रखते हैं।
विवेक😇- तुम सबका इतना ख्याल रखती हो। तुम्हें ही तो पहले खुश रखाना होगा ना।
स्वाति- वो तो हैं😇