10 फरवरी 2022
बसंत अर्थात "फुलों का गुच्छा", बसंत, अर्थात "शिव के पांचवें मुख से निकला एक राग" बसंत जिसके "अधिष्ठाता देवता ही कामदेव" हो, ऐसे ऋतु के क्या कहने।"बसंत" इस शब्द के स्मरण मात्र से ही दिलों में फुल