प्रिय स्नेही मित्रों जय श्रीकृष्णा, सादर नमस्कारनेता नेता में फर्क(आज मैं कुमार प्रियांक के लेख को अपने ब्लाग के माध्यम से आप लोगो के समक्ष एक घटना का जिक्र करने जा रहा हूँ जो कि हमें बिह्वल कर दिया है।) 1990 की गर्मियों की बात है। इंडियन रेलवे (ट्रैफिक) सर्विस की दो महिला प्रशिक्षु लखनऊ से