विधि भारती -शोध पत्रिका में प्रकाशित भारतीय संविधान की राजभाषा हिंदी है और देश में हिंदी भाषी राज्यों या क्षेत्रों की बहुलता है भारत में निम्न राज्य हिंदी भाषी क्षेत्रों में आते हैं -बिहार ,छत्तीसग
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस कल अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस है, और ग्यारहमार्च को महाशिवरात्रि का पावन पर्व है... जब समस्त हिन्दू सम्प्रदाय पूर्णश्रद्धाभाव से देवाधिदेव भगवान शंकर और उनकी परम शक्ति माँ पार्वती की पूजा अर्चनाकरेगा | जगह जगह रुद्राभिषेक किये जाएँगे | क्योंकि रूद्र तो समस्त देवों की आत्मा
भारतीय महिला क्रिकेट टीम का विश्व कप का सफर इसी के साथ पूरा हुआ भारतीय टीम को एक बार फिर से उप विजेता का खिताब मिला।।पिछले विश्व कप में भी जो पचास ओवर का था , भारतीय टीम इंग्लैंड के हाथो परास्त हुई थी ।।हालांकि वो हार , इस हार से ज्यादा कड़वी थी क्युकी आज के फाइनल मैच में पहली बॉल से टीम ऑस्ट्रेलिया
प्रिय स्नेही मित्रों जय श्रीकृष्णा, सादर नमस्कारनेता नेता में फर्क(आज मैं कुमार प्रियांक के लेख को अपने ब्लाग के माध्यम से आप लोगो के समक्ष एक घटना का जिक्र करने जा रहा हूँ जो कि हमें बिह्वल कर दिया है।) 1990 की गर्मियों की बात है। इंडियन रेलवे (ट्रैफिक) सर्विस की दो महिला प्रशिक्षु लखनऊ से
‘स्वर्गीय आशारानी व्होरा, जी की स्मृति को नमन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर परमेरे द्वारा लिखित लेख पाँचवाँ स्तम्भ की सम्पादकमहामहिम गोवा की राज्य पाल रहीं मृदुला जी की पत्रिका में छपा था|आशारानी व्होरा एक ऐसा नाम है जिनके स्मरण मात्र से मन सम्मान से भर जाता है | सूर्य संस्थान आशा रानी जी की कर
अन्तर्राष्ट्रीयमहिला दिवस की सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँसारी की सारीप्रकृति ही नारीरूपा है – अपने भीतरअनेकों रहस्य समेटे – शक्ति के अनेकों स्रोत समेटे - जिनसेमानवमात्र प्रेरणा प्राप्त करता है... और जब सारी प्रकृति ही शक्तिरूपा है तो भलानारी किस प्रकार दुर्बल या अबला हो सकती है ? आज की नारीशारी
देश में एक बार फिर गैंगरेप हो गया और सरकार से लोग आज भी अपील कर रहे हैं कि गुनाहगारों को फांसी दी जाए लेकिन क्या असल में उनके साथ ऐसा होगा? साल 2012 में निर्भया केस के दौरान जो भी हुआ तब तो लोगों को कोई सजा नहीं मिली तो आज इन लोगों को कैसे मिले? सच यही है कि रेप की कड
हरतालिका तीज व्रत 2 सितंबर 2019 को ही मनाया जाना शास्त्र सम्मत क्यों होगा??विद्वतजन कृपया ध्यान देंसम्पूर्ण भारतवर्ष में "हरतालिका तीज" सुहागिन महिलाओं द्वारा किए जाने वाले प्रमुख व्रतों में से एक है। यह व्रत पति की लंबी उम्र और मंगल कामना के लिए रखा जाता है। इस दौरान महिलाएं निर्जला व्रत रखकर माता
महिला होने का महत्व : Value of being a woman स्त्री महिला अर्थार्थ दादी , माँ , पत्नि , बहन , बेटी, बुआ , मासी ,............आदि ..... आदि| इनके बिना घर केवल मकान होता है, घर नहीं। इनकी कमी का अहसास तब होता है, जब वे घर में नहीं होतीं या आपके साथ किसी स्त्री का सम्बंध
1.सोनल 33 साल की है. 7 साल हो गए शादी को. 5 साल का एक बेटा है. सोनल के पति इंटरनेट सर्विस कंपनी में काम करते हैं. सोनल हाउसवाइफ है. बेटा स्कूल से लौट आए उसके बाद सोनल की दोपहरें खाली होती हैं. छोटी बहन आई थी तो उसने सोनल का फेसबुक अकाउंट बना दिया. सोनल ने शादी की एल्बम बन
एक महिला को क्या-क्या सहना होता है ये एक महिला ही समझ सकती है लेकिन अगर इस बात को हर कोई समझे तो किसी महिला को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। कुछ ऐसा ही मामला देहरादून जिले के चकराता तहसील के दुर्गम गांव बुरायला में हुई है जहां पर सड़कें नहीं होने के कारण एक गर्भवती महिला जो प्रसूता रही है उस
भारत में यदि आप एक लड़की हो और आपको कभी अकेले किसी नए अनजान शहर में जाना पड़े और वहां रहना पड़े तो बेशक बहुत चिंताजनक बात हो सकती है. खासकर जब हम किसी को भी न जानते हों. आपके लिए बहुत ही चिंताजनक बल्कि डरावना साबित हो सकता है यदि आप सिंगल हो औ
किस्सा -1 मैं बाज़ार से कुछ सामान खरीद कर घर की ओर जा रही थी. रस्ते में एक बुजुर्ग आदमी मुझे हल्का सा टकराता हुआ तेजी से निकला, मुझे लगा शायद गलती से हुआ. थोड़ी दूर जाने पर वो आदमी आगे सड़क किनारे खड़ा हुआ था.उस बुजुर्ग आदमी ने मुझे देखकर एक अजीब से हंसी मेरी तरफ फेंकी. उस समय मुझे इतना गुस्सा आया लगा
मासिक धर्म में हर स्त्री के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके कारण उसे कई तरह के कष्ट सहने पड़ते हैं। कुछ महिलाओं को तो अनियमित माहवारी की ही समस्या रहती है। कुछ महिलाओं को अत्यधिक दर्द तो कुछ को हैवी ब्लीडिंग, वहीं कुछ महिलाएं बेहद कमजोरी महसूस करती हैं। वैसे तो यह समस्या तीन-चार दिन में स्वतः
आज के दौर में भले ही स्त्रियों ने अपनी काबिलियत से हर क्षेत्र में परचम लहराया हो, लेकिन फिर भी देश का माहौल उनके लिए आज भी सुरक्षित नहीं है। आज के समय में भी जब एक लड़की घर से निकलती है तो उसके वापिस लौट आने तक उसके माता-पिता को चिंता ही लगी रहती है। इतना ही नहीं, बहुत से क्षेत्र में माता-पिता अपनी ल
ईश्वर की अद्भुत कृति “औरत”...ख़ूबसूरती,दृढ़ इच्छाशक्ति, विद्वत्ता और सद्गुणों का एक बेहतरीन मेल “औरत”…प्रेम,स्नेह, सम्मान, उमंग, उछाह और उत्साहका एक बेहतरीन मेल “औरत”…क्योंकि ईश्वर ने अपनी इस अद्भुत कृति की रचनाही की है निर्माण के लिए,सृजन के लिए, सम्वर्धन और पोषण के लिए मानवमात्र के मार्ग दर्शन के लि