पांच दिवसीय महोत्सव शुरू हो गया है। धनतेरस से शुरू होने वाले इस पर्व की तैयारी हो गयी है बाजार और घर रौशनी से जगमगा गए है। बाजारों और घर में महालक्ष्मी, श्री गणेश, रिद्धि-सिद्धी, और धन कुबेर की पूजा-अर्चना की खरीदारी जारी है।
धनतेरस को सभी लोग नए जेवर, वस्त्र , नए वाहन की भी खरीदारी करते है। अगर सही समय और शुभ मुहूर्त में पूजा होती है तो उसका फल अवश्य मिलता है।
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शुक्रवार को धनतेरस का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजे से 8:34 बजे तक रहेगा। दिवाली के दिन दुकानदारों को गादी-कलम पूजा का शुभ मुहूर्त 8:15 से 9:35 बजे तक, 9:36 से दोपहर 12:20 बजे तक। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 से 12.45 बजे और शुभ का चौघड़िया दोपहर 1.45 से 3.11 बजे तक रहेगा। रूप चतुर्दशी यानि शनिवार को पारंपरिक सूर्योदय से पहले उबटन और तेल लगाकर स्नान करना चाहिए इसके करने से पुरे साल निरोगी काया रहती है। फिर शाम को मंदिर में दीप दान करना चाहिए।
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लाभ सुबह 8:18 से 9:48
अमृत सुबह 9:48 से 11:18
अभिजित सुबह 11:30 से 12:30
शुभ दोपहर 12:48 से 2:18
चर शाम 5:18 से 6:02
लाभ रात 9:02 से 10:32